बुधवार, 12 नवंबर 2008

सफर की शुरुआत

कुछ तय हुआ है और कुछ बाकी है सफर,
मंज़िल से अपनी दूरी मिटाना ज़रूर है।
अमर आनंद

2 टिप्पणियाँ:

यहां 12 नवंबर 2008 को 7:49 pm बजे, Blogger kaushal ने कहा…

वाह गुरुदेव क्या लाइन मारी है आपने...

 
यहां 12 नवंबर 2008 को 7:55 pm बजे, Blogger SWETA TRIPATHI ने कहा…

हम उम्मीद करते है कि जल्द ही आप अपनी मंजिल तक पहुंच जाए.

 

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