वक़्त खुदा होता है
वक़्त खुदा होता है
वक़्त जुदा होता है
वक़्त जनाब है
वक़्त जवाब है
वक़्त तलब है
वक़्त तड़प है
वक़्त में आशा है
वक़्त में निराशा है
वक़्त सनम होता है
वक़्त सितम होता है
वक़्त प्यार भी है
वक़्त वार भी है
वक़्त जोड़ होता है
वक़्त बेज़ोड़ होता है
वक़्त शोर का नाम है
वक़्त ज़ोर का नाम है
वक़्त एहतराम है
वक़्त इंतकाम है
वक़्त में गति है
वक़्त में प्रगति है
वक़्त चलता रहता है
वक़्त मचलता रहता है
वक़्त सूरत भी है
वक़्त सीरत भी है
वक़्त एक वास्ता है
वक़्त एक रास्ता है
थामिए वक़्त का हाथ
चलिए वक़्त के साथ
अमर आनंद
1 टिप्पणियाँ:
bahut hi sunder kavita.
एक टिप्पणी भेजें
सदस्यता लें टिप्पणियाँ भेजें [Atom]
<< मुख्यपृष्ठ